मंगलवार, 2 मई 2023

मूलांक 6

 मूलांक 6

इस अंक के स्वामी शुक्र एवं शनि ग्रह हैं। शुक्र ग्रह इस अंक पर अधिक प्रभाव बनाए रखेगा। 

अंक 6 का प्रतीक और स्वामीग्रह शुक्र है। अंक 6 के व्यक्ति वे माने जाते हैं जो किसी भी महीने की 6, 15 या 24 में से किसी तारीख को पैदा हुए हों। उन पर विशेष रूप से इस अंक का प्रभाव तब स्पष्ट नजर आता है जब वे इस अंक के समय 26 अप्रैल से 20-27 मई और 21 सितम्बर से 20-27 अक्टूबर तक अर्थात् उक्त समय में पैदा हुए हों। 


अंक 6 वाले व्यक्ति अत्यधिक आकर्षक होते हैं। उनमें दूसरे व्यक्तियों को आकर्षित करने का विशेष गुण होता है। जो भी व्यक्ति उनके अधीन होते हैं वे उनसे प्रेम ही नहीं करते बल्कि उनकी पूजा भी करते हैं। 

ऐसे व्यक्ति अपनी योजनाएं पूरी करने के लिए बहुत दृढ़ इरादे वाले होते हैं। किसी के प्रति प्रेम -भाव रखने में वे हठ की सीमा तक पहुंच जाते हैं। जब वे किसी से प्रेम करने लगते हैं तो उसके प्रति गुलामों की तरह समर्पित नज़र आते हैं यानी गुलाम -से लगते हैं। 

यद्यपि अंक 6 वाले व्यक्ति शुक्र ग्रह से प्रभावित होते हैं और वही उनका स्वामीग्रह होता है , तथापि वे किसी से इन्द्रिय -भोग सुख की बजाय माता का -सा प्रेम करने लगते हैं। प्रेम के सभी मामलों में वे रोमांटिक और आदर्श समझे जाते हैं। उनमें शुक्र के गुण बहुत प्रखरता से पाए जाते हैं। इसलिए वे सभी सुन्दर वस्तुओं से प्रेम करते हैं। उनके घर बहुत आकर्षक रूप से सजे हुए होते हैं तथा उन्हें समृद्ध रंगों , चित्रकला और संगीत से प्रेम होता है। 

धनी होने पर अंक 6 वाले व्यक्ति कला और कलाकारों के लिए उदारता से धन खर्च करते हैं। वे अपने मित्रों के स्वागत -समारोह तथा आतिथ्य के लिए सदा तैयार रहते हैं। वे प्रयत्न करते हैं कि प्रत्येक व्यक्ति उनसे प्रसन्न रहे , परन्तु ईर्ष्या और अवमानना को वे सहन नहीं कर सकते। 

ऐसे व्यक्ति जब क्रुद्ध होते हैं तो वे किसी भी विरोध को सहन नहीं कर पाते। जब वे किसी कार्य अथवा व्यक्ति के प्रति समर्पित होते हैं तो उसे अपना कर्त्तव्य -कर्म समझकर पूरा करने का प्रयत्न करते हैं। 

इस मूलांक में जन्में व्यक्ति के जीवन में प्रेम एवं विवाह का अधिक महत्त्व होगा। ये दोनों घटनाएं व्यक्ति के जीवन को पूर्ण प्रभावित करेंगी तथा व्यक्ति इसी के द्वारा सुख अथवा दुख का प्राप्ति करेगा। 

ऐसे व्यक्तियों में दृढ़ इच्छा शक्ति होती है तथा व्यक्ति इसी गुण के आधार पर जीवन में सफलता प्राप्त करेगा। 

आत्मविश्वास से भरपूर ऐसे व्यक्ति प्रतिकूल परिस्थितियों में भी धैर्य का साथ नहीं छोड़ते तथा परिस्थितियों को अपने अनुकूल होने की प्रक्रिया करते हैं। 

ऐसे व्यक्ति देखने में आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं तथा अपने सम्पर्क में आए व्यक्ति पर पूर्ण प्रभाव छोड़ते हैं। 

इन व्यक्तियों का झुकाव कला तथा साहित्य की ओर विशेष होता है तथा इन क्षेत्रों में परिश्रम करने पर सफलता की भी पूर्ण सम्भावना रहती है। 

ऐसे व्यक्ति विज्ञान एवं राजनैतिक क्षेत्रों में भी रूचि रखते हैं तथा जीवन में नई -नई खोज करते हैं। 

ऐसे व्यक्ति कल्पनाशील होते हैं तथा कभी -कभी अपनी कल्पनाओं के द्वारा अधिक लाभ भी प्राप्त करते हैं। तनिक सा प्रयास करने पर तथा अपनी कल्पनाशीलता को सही ढंग से उभारकर व्यक्ति अच्छा एवं प्रसिद्द सज्जाकार भी बन सकता है। 

धन एवं खर्च के विषय में ऐसे व्यक्ति मितव्ययी होते हैं तथा प्रत्येक कार्य में कंजूसी से काम करते हैं इसी कारण व्यक्ति धन का संचय करने में सफल होते हैं। 

यह व्यक्ति बहुधा धन प्राप्ति के विषय में ही विचार करते हैं।  इसी कारण अक्सर तनाव का शिकार हो जाते हैं। 

मानसिक स्वास्थय में कमी बनी रहती है तथा जीवन में किसी विशेष कमी के कारण कुंठाग्रस्त हो जाते हैं। 

ऐसे व्यक्ति आज की अपेक्षा कल में अधिक विश्वास रखते हैं तथा अपने भविष्य के विषय में विशेष तौर पर चिंतित रहते हैं। 

इस मूलांक में जन्में व्यक्ति का प्रारम्भिक जीवन संघर्षपूर्ण , कठिनाइयों से भरा रहता है। किन्तु शनैः शनैः अपने परिश्रम तथा दृढ़ संकल्प के बल पर वह यश तथा प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। 

धन के लोभी किन्तु ये व्यक्ति ईमानदार होते हैं तथा ईमानदारी से धनी बनते हैं। 


अंक 6 के व्यक्ति अन्य किसी भी श्रेणी के व्यक्तियों को मित्र बनाने में अधिक समर्थ होते हैं। विशेष रूप से 3, 6, 9 और इस श्रंखला के सभी व्यक्तियों से उनके सम्पर्क जल्दी बन जाते हैं। 

इन व्यक्तियों के लिए 6 अंक महत्त्वपूर्ण है तथा इस अंक के द्वारा ही बहुधा सफलता प्राप्त होती है। 

सप्ताह के मंगलवार , बृहस्पतिवार और शुक्रवार उनके लिए शुभ माने जाते हैं , विशेष रूप से यदि ये दिन 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27 और 30 तारीख को पड़ते हों। 

अंक 6 वाले व्यक्तियों को अपने कार्यों और ध्येय की पूर्ती के लिए 6, 15 व 24 तारीखों को और विशेष रूप से 20  अप्रैल से 20-27 मई और 21 सितम्बर से 20-27 अक्टूबर तक के दिनों की उक्त तारीखों को प्रयत्न करना चाहिए। 

उनके लिए हल्के रंग से लेकर गहरे नीले रंग के साथ -साथ गुलाबी और लाल रंग भी शुभ माने जाते हैं , परन्तु उन्हें काले और बैंगनी रंग धारण नहीं करने चाहिए। 

उनके लिए सौभाग्यशाली रत्न फ़िरोज़ा है। जहां तक सम्भव हो सके उन्हें फ़िरोज़ा धारण करना चाहिए। अंक 6 वाले व्यक्तियों के लिए पन्ना भी सौभाग्यशाली रत्न माना जाता है। 

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