मूलांक 3
मूलांक तीन का स्वामी गृह गुरु है। गुरु का प्रभाव होने के कारण मूलांक तीन वाले व्यक्तियों में दृढ़ इच्छाशक्ति का अभाव होता है जिन व्यक्तियों का जन्म 3 , 12 , 21 एवं 30 को हुआ है वे मूलांक तीन के प्रभाव में आता है तथा ये व्यक्ति अपनी इच्छाओं , आकांक्षाओं को किसी प्रकार प्रकट नहीं कर पाता है।
अंक 3 का प्रतीक अथवा स्वामीग्रह बृहस्पति है। बृहस्पति को ज्योतिषशास्त्र तथा अंक विद्या में बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। इस अंक का सम्बन्ध 3 से लेकर 9 के अंक तक है।
3 के अंक का सम्बन्ध इस श्रंखला में योग के अनुरूप अपने तीसरे अंक 3, 6 और 9 से रहता है। इन अंकों को जिधर से भी जोड़ा जाए इनसे 9 का अंक प्राप्त होता है। 3, 6 व 9 अंक वाले व्यक्तियों में आपसी सम्बन्ध रह सकता है। ये एक -दूसरे के प्रति सहानुभूति रखने वाले होते हैं।
अंक 3 वाले व्यक्ति वही माने जाते हैं जिनका जन्म किसी मास की 3, 12, 21 या 30 तारीख को हुआ हो। परन्तु यदि वे 3 के अंक वाले समय में 19 फरवरी से लेकर 20 से 27 मार्च तक उत्पन्न हुए हों तो 3 के अंक का महत्त्व और भी बढ़ जाता है ,इसके अतिरिक्त 21 नवम्बर से 20 से 27 दिसम्बर तक का समय भी 3 के अंक का ही माना जाता है , अर्थात् इस काल में उत्पन्न होने वाले व्यक्तियों के लिए 3 के अंक का महत्त्व बढ़ जाता है।
इस प्रकार के व्यक्ति अत्यंत तेजस्वी सरल हृदयी एवं उच्चकोटि के विद्वानों की श्रेणी में आते हैं।
यदि आपका मूलांक तीन है तो आप बहुत महत्त्वाकांक्षी व्यक्ति हैं और अपने इसी गुण के कारण आप जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति हासिल करते हैं।
अंक 3 वाले व्यक्ति अंक 1 वाले व्यक्तियों के समान ही विशिष्ट व्यक्तित्व वाले और महत्त्वाकांक्षी होते हैं। वे किसी के अधीन रहकर काम करना पसन्द नहीं करते। उनका ध्येय उन्नति करना और दूसरों को अपने नियन्त्रण में अथवा अधिकार में रखना होता है। वे नियन्त्रण रखने के मामले में बहुत तल्लीन रहते हैं। ऐसे व्यक्ति प्रत्येक मामले में नियन्त्रण और व्यवस्थाप्रिय होते हैं। वे स्वयं इच्छापूर्वक आदेश का पालन करते हैं , परन्तु इस बात के लिए भी प्रयत्नशील रहते हैं कि उनके आदेश का पालन किया जाये।
अंक 3 वाले व्यक्ति किसी भी व्यापार , क्षेत्र अथवा स्थिति में हों , अवश्य ही ऊंची स्थिति में पहुंचते हैं। वे सेना , नौसेना और सरकार में सामान्यतया अपने पद पर विशिस्ट माने जाते हैं क्योंकि वे अपना कर्त्तव्य तथा सौंपा गया कार्य बड़े उत्तरदायित्वपूर्ण ढंग से निभाते हैं। इसीलिए उन्हें विश्वास के योग्य पदों पर रखा जाता है, अर्थात् विश्वासयोग्य पदों के लिए वे सर्वथा उपयुक्त होते हैं।
ऐसे व्यक्तियों में एक कमी भी होती है , वे अपने द्वारा बनाए गए नियमों की पूर्ती के लिए एक डिक्टेटर के समान व्यवहार करते हैं। हालांकि वे लड़ाई -झगड़ा पसंद नहीं करते , परन्तु अपने स्वभाव के कारण अनेक व्यक्ति उनके विरोधी बन जाते हैं।
अंक 3 वाले व्यक्ति स्वाभिमानी होते हैं और दूसरों का एहसान अपने पर नहीं लेना चाहते। वे हमेशा स्वतन्त्र रहना चाहते हैं , कोई बन्धन पसन्द नहीं करते।
आप प्रत्येक कार्य में अनुशासन प्रिय हैं ,आप स्वयं भी अपने निजी जीवन में अनुशासन से बंधे हैं। जो व्यक्ति अनुशासनहीन होते हैं उनसे आपकी नहीं बनती और इसी कारण आप प्रत्येक क्षेत्र में अपने दुश्मन पैदा कर लेते हैं।
मूलांक तीन के स्वामी व्यक्ति स्वभाव से अत्तयंत सरल हृदयी होते हैं तथा अपने सम्पर्क में आए व्यक्तियों पर सदैव अपने स्वभाव की छाप छोड़ते हैं। जो व्यक्ति इनके सम्पर्क में आता है वही इनका मित्र बन जाता है।
अत्यधिक परिश्रम करने के कारण ये व्यक्ति प्रायः मानसिक तनावों से घिरे रहते हैं और इसी कारण इन्हें पक्षाघात व दिल का दौरा पड़ने का खतरा बना रहता है।
ऐसे व्यक्ति स्वभाव से दार्शनिकों जैसे होते हैं , ये तर्कशील होते हैं और अपने तर्कों से सामने वाले व्यक्ति को झुका भी देते हैं।
इतने सारे गुणों के होते हुए भी ऐसे व्यक्ति प्रत्येक कदम फूंक -फूंक कर रखते हैं और सहज ही किसी पर विश्वास नहीं करते।
इन व्यक्तियों के लिए गुरुवार का दिन शुभ होता है। 3,12, 21 एवं 30 तिथियाँ इनके लिए बहुत शुभकारी होती हैं।
इन व्यक्तियों का तीसवां वर्ष इनके लिए अत्यंत महत्त्वपूर्ण होता है और यही इनके भाग्योदय का वर्ष भी हो सकता है।
मूलांक तीन वाले व्यक्तियों के लिए 3, 12, 21 एवं 30 तथा गुरुवार का दिन अत्यंत शुभफलदायी होता है।
अंक 3 वाले व्यक्तियों को 3,12,21 और 30 तारीख में और विशेष रूप से यदि ये तारीखें 3 अंक के समय अर्थात् 19 फरवरी से 20 से 27 मार्च तक और 21 मई तक हों या 20 से 27 दिसम्बर में पड़ती हों , अपनी योजना को कार्यरूप देने का प्रयत्न करना चाहिए।
बृहस्पतिवार , शुक्रवार और मंगलवार इनके लिए शुभ माने जाते हैं। इनमें बृहस्पतिवार अधिक महत्त्वपूर्ण होता है। यदि ये दिन ऊपर बताई गई तारीखों को पड़ते हों तो विशेष रूप से शुभ होते हैं , परन्तु 9, 6, 15, 18, 24 और 27 तारीखें भी उनके लिए ठीक ही रहती हैं।
अंक 3 वाले व्यक्ति 6 और 9 अंक वाले व्यक्तियों के भी अनुकूल होते हैं।
उनके लिए अनुकूल रंग गाढ़ा लाल , बैंगनी अथवा इनसे मिलता -जुलता रंग हो सकता है। वे जिस कमरे में रहते हैं उसका रंग भी इन्हीं से मेल खाना चाहिए। नीला , किरमिची और गुलाबी रंग भी इनके अनुकूल होते हैं , परन्तु इनका स्थान द्वितीय स्तर का होता है।
इनके लिए जम्बुमणि (अमेथिस्ट ) अनुकूल नग माना जाता है। सम्भव हो सके तो उन्हें यह नग धारण करना चाहिए।
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